मानव सभ्यता की शुरूआत के साथ ही इंसान ने अपने सबसे जरूरी आवश्यकता यानी सिर छुपाने के लिए छत का निर्माण किया। जब वह पक्की इमारतें बनाना नहीं जानता था, तब मौसम की मार से बचने के लिए उसने कच्चे घरों को बनाया। धीरे-धीरे इंसान पारंगत होता गया और अपनी बुद्धि के बलबूते उसने पक्की इमारतों का निर्माण शुरू किया। कुछ समय बाद निर्माण में कला का समायोजन भी किया गया और इमारतों को खूबसूरत बनाने की कोशिश की जाने लगी।
प्राचीन दौर से अभी तक इंसान द्वारा अनगिनत इमारतें बनाई गई हैं, लेकिन उनमें से कई इमारतें ऐसी हैं जो अपनी वास्तुकला और खूबसूरती के कारण पूरे विश्व में चर्चित हैं। इंसान की बनाई इन खूबसूरत इमारतों में कुछ रिहायशी हैं तो कुछ स्मारक।
दैनिकभास्कर.कॉम कुछ ऐसी ही खूबसूरत इमारतों की जानकारी अपने पाठकों को दे रहा है, जिन्होंने अपनी खूबसूरत वास्तुकला के बल पर पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। देखिए विश्व की कुछ बेहद खूबसूरत इमारतें...
प्राचीन दौर से अभी तक इंसान द्वारा अनगिनत इमारतें बनाई गई हैं, लेकिन उनमें से कई इमारतें ऐसी हैं जो अपनी वास्तुकला और खूबसूरती के कारण पूरे विश्व में चर्चित हैं। इंसान की बनाई इन खूबसूरत इमारतों में कुछ रिहायशी हैं तो कुछ स्मारक।
दैनिकभास्कर.कॉम कुछ ऐसी ही खूबसूरत इमारतों की जानकारी अपने पाठकों को दे रहा है, जिन्होंने अपनी खूबसूरत वास्तुकला के बल पर पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। देखिए विश्व की कुछ बेहद खूबसूरत इमारतें...
ताजमहल।
ताज महल भारत के आगरा शहर में स्थित एक विश्व धरोहर मक़बरा है। इसका निर्माण मुगल सम्राट शाहजहाँ ने, अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में करवाया था। ताज महल मुगल वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है। सन् 1983 में ताजमहल यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल बना। सन् 1630 में शुरू हुआ इसका निर्माण कार्य करीब 22 वर्षों में पूर्ण हुआ, जिसमें लगभग बीस हजार मजदूरों का योगदान माना जाता है। इसका मुख्य गुंबद 60 फीट ऊंचा और 80 फीट चौड़ा है।
पोटाला पैलेस।
सर्दियों में दलाई लामा का निवास स्थान पोटाला पैलेस होता है। यह तिब्बत के ल्हासा में पहाड़ों की ऊंची चोटी पर बना हुआ है। इसका निर्माण ताजमहल से तकरीबन 800 लाव पहले हुआ ता। 13 मंजिला ऊंची इस इमारत में 1,000 कमरें, 10,000 मंदिर और 200,000 मूर्तियां हैं।
इमाम मस्जिद।
यह ईरान के इस्फहान में स्थित एक मस्जिद है।
एफिल टॉवर।
एफिल टॉवर फ्रांस की राजधानी पेरिस में स्थित एक लौह टावर है। इसका निर्माण 1887-1889 में शैम्प-दे-मार्स में सीन नदी के तट पर पेरिस में हुआ था। यह टावर विश्व में उल्लेखनीय निर्माणों में से एक और फ़्रांस की संस्कृति का प्रतीक है। एफिल टॉवर की रचना गुस्ताव एफिल के द्वारा की गई थी और उन्हीं के नाम पर से एफिल टॉवर का नामकरण हुआ है। एफिल टॉवर की रचना 1889 के वैश्विक मेले के लिए की गई थी। जब एफिल टॉवर का निर्माण हुआ उस वक़्त वह दुनिया की सबसे ऊँची इमारत थी। आज की तारीख में टॉवर की ऊँचाई 324 मीटर है, जो की पारंपरिक 81 मंज़िला इमारत की ऊँचाई के बराबर है। बिना एंटीना के यह इमारत फ़्रांस के मियो शहर के फूल के बाद दूसरी सबसे ऊँची इमारत है। यह तीन मंज़िला टॉवर पर्यटकों के लिए साल के 365 दिन खुला रहता है।
सिडनी ओपेरा हाउस।
सिडनी ओपेरा हाउस, ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में स्थित प्रदर्शन कलाओं का एक बहु-स्थलीय केंद्र है। इसकी कल्पना डैनिश वास्तुकार जॉर्न उत्ज़ॉन ने की थी साथ ही उन्होने इसका अधिकांश निर्माण भी करवाया था। जॉर्न उत्ज़ॉन को इसके लिए, 2003 में वास्तुकला का सर्वोच्च सम्मान पुलित्ज़र पुरस्कार प्रदान किया गया था।
क्रिस्लर बिल्डिंग।
क्रिस्लर बिल्डिंग न्यूयार्क में स्थित है और यह अमेरिकी की सबसे आकर्षक इमारतों में भी शुमार है। कुछ समय के लिए इसे दुनिया की सबसे ऊंची इमारत का दर्जा भी प्राप्त था।
ला सैग्राडा फैमिलिया।
यह स्पेन में स्थित एक खूबसूरत चर्च है। यह दुनिया के सबसे खूबसूरत चर्चों की फेहरिस्त में शामिल है। इस इमारत की सबसे अनोखी बात यह है कि ये आज भी निर्माणाधीन है।
हागिया सोफिया।
हागिया सोफिया एक पूर्व पूर्वी ऑर्थोडोक्स चर्च था, जिसे 1453 में में मस्जिद में बदल दिया गया। 1935 ई. में आतातुर्क ने उसकी गिरजे व मस्जिद के रूप समाप्त करके उसे संग्रहालय बना दिया। हागिया सोफिया तुर्की के शहर इस्तांबुल में स्थित है।
बुर्ज अल अरब।
यह दुबई में स्थित एक गगनचुंबी इमारत है। यह विश्व में स्थित दूसरी इमारतों की तरह अधिक ऊंची तो नहीं, लेकिन यह काफी खूबसूरत जरूर है। यह एक मानव निर्मित द्वीप पर स्थित है।
ग्रेशाम पैलेस,
हंगरी के बुडापेस्ट में स्थित है। यह यूरोपियन वास्तुकला का शानदार नमूना ह
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