रविवार, 9 जून 2019

आसमान छूती इमारतें

आसमान छूती इमारतें

दुनिया में ऊंची इमारतें बनाने की होड़ मची हुई है। इसके चलते दुनिया में एक से बढ़कर एक ऊंची इमारतें बन चुकी हैं और बन रही हैं। आइये डालते हैं विश्व की कुछ गगनचुंबी इमारतों पर एक नजर।

सीएन टॉवर :-
कनाडा के टोरंटो शहर में सीएन टावर बिना किसी बाहरी सहारे के अपने आप खड़ा है। यह 2 अप्रैल, 1975 को बनकर तैयार हुआ। यह 555.33 मीटर ऊंचा है। इसमें 347.5 मीटर की ऊंचाई पर लगे स्काई पॉड में साठ सीटों की क्षमता वाला एक घूमता रेस्तरां भी है जिससे 120 किलोमीटर दूर तक की पहाडिय़ां दिखाई देती हैं।

एफिल टॉवर :-
टीवी मास्ट के युग से पहले सबसे ऊंचा टॉवर पेरिस का एफिल टॉवर था। पेरिस एग्जीबिशन के लिए इसका डिजाइन अलेक्जान्द्र गुस्ताव एफिल ने तैयार किया था। 31 मार्च, 1889 को बनकर तैयार हुए 300.51 मीटर इस टॉवर को टीवी एंटीना द्वारा 320.75 मीटर ऊंचा कर दिया गया है। 1792 सीढिय़ों से युक्त पूर्णतया लोहे का बना यह टॉवर 2 साल 2 माह 2 दिन में बनकर तैयार हुआ।

एम्पायर स्टेट बिल्डिंग :-
सन् 1971 तक संसार की सबसे ऊंची इमारत न्यूयार्क की एम्पायर स्टेट बिल्डिंग थी। इसकी ऊंचाई 381 मीटर यानी 1250 फुट है।

वल्र्ड ट्रेड सेंटर :-
इसका निर्माण अमेरिका के शिकागो शहर में हुआ था। 1972 में बनी इस इमारत की ऊंचाई 1350 फुट थी।

वन वल्र्ड ट्रेड सेंटर :-
11 सितंबर, 2001 को आतंकी  हमले में वल्र्ड ट्रेड सेंटर की जुड़वा इमारतें नष्ट हो गई थीं। अब इसकी केवल एक इमारत का निर्माण किया जा रहा है जो अंतिम चरण में है। न्यूयार्क में इसका निर्माण वल्र्ड ट्रेड सेंटर के 16 एकड़ केंपस में 2006 से चल रहा है। इसकी ऊंचाई 1776 फुट अमेरिकी आजादी के वर्ष के आधार पर तय की गई है। वन वल्र्ड ट्रेड सेंटर से पहले इसका नाम फ्रीडम टॉवर रखा गया था। इसमें 104 मंजिलें होंगी। 197 अरब रुपए के करीब लागत से बनी इस इमारत का उद्घाटन 2013 में संभावित है।

एशिया टर्मिनल :-
यह विश्व की सबसे बड़ी बहुमंजिला औद्योगिक इमारत है। यह हांगकांग स्थित क्वाई चंग में है। 1992 में बनी इस इमारत की ऊंचाई भले ही 360 फुट हो पर फर्श का कुल क्षेत्रफल 61 लाख 48 हजार वर्गफुट है। इसमें बंदरगाह भी है।

शंघाई वल्र्ड फाइनेंशियल सेंटर :-
1997 में यह इमारत बननी शुरू हुई थी। 101 मंजिलों वाली इस इमारत की ऊंचाई 492 मीटर होना थी। इस पर 80 करोड़ डॉलर खर्च होने थे। आर्थिक संकट के चलते बीच में इस इमारत का काम रोक दिया गया था।

सिविक सेंटर :-
नई दिल्ली की डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविक सेंटर कुतुब मीनार से भी ऊंची है जहां से पूरी दिल्ली दिखाई देती है। यह दिल्ली नगर निगम का मुख्यालय है।

स्काई ट्री टॉवर :-
दुनिया का सबसे ऊंचा संचार टावर बनाकर जापान ने एक बार फिर अपनी दृढ़ इच्छा और जोश का परिचय दिया है। यह दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची मानव निर्मित इमारत है। इसे पूर्वी टोक्यो के आसाकुसा जिले के सुमीदा में बनाया गया है। गिनीज बुक में इसका रिकार्ड दर्ज हुआ है। यह इमारत जुलाई 2008 में बनना प्रारंभ हुई तथा 2012 में बनकर तैयार हुई। 2080 फुट ऊंची इस इमारत को बनाने में 5.80 लाख मजदूर लगे। स्काई ट्री टॉवर भूकंपरोधी है।

मक्का रॉयल क्लॉक टॉवर :-
सऊदी अरब के मक्का शहर में खड़ी यह इमारत 817 मीटर ऊंची है। इसमें दुनिया की सबसे बड़ी घड़ी भी लगी है जो कि 17 किलोमीटर दूरी से भी दिखाई देती है। दो हिस्सों में बनी इस इमारत का एक हिस्सा पर्यटकों के लिए खोला जा चुका है।

ताईपेई -101 :-
यह इमारत ताइवान में है जो कि 508 मीटर ऊंची है तथा अनेक खूबियों से लैस है।

सिअर्स टॉवर :-
4 मई, 1973 को अमेरिका के शिकागो शहर में 110 मंजिली सीअर्स मीनार बनाई गई जिसकी ऊंचाई 1454 फुट है। 1970 में इसका निर्माण प्रारंभ हुआ था और 4 मई, 1973 को पूरा हुआ।  6 मार्च, 1973 को उसकी 104वीं मंजिल पूरी होते ही यह उस समय की सबसे ऊंची इमारत बन गई। इसके बाद इसकी 6 मंजिलें और बनाई गईं। इसमें 16 हजार खिड़कियां है तथा 103 लिफ्टें लगी हैं। इसकी ऊंचाई 1707 फुट हो गई।

बुर्ज दुबई :-
बुर्ज दुबई 200 मंजिला इमारत है जिसमें से 162 मंजिलों पर लोग रह सकते हैं। यह इमारत 56 लाख 90 हजार वर्गफुट में फैली है जिसमें 18 लाख 50 हजार वर्गफुट में रिहायशी इलाका है। इस इमारत की 100वीं मंजिल एक प्रवासी भारतीय उद्योगपति बीआर शेट्टी ने खरीदी है। उन्होंने अपने परिवार व दोस्तों के लिए गेस्ट हाउस के तौर पर उपयोग करने के मकसद से 50 करोड़ रुपए में यह सौदा किया है। मजे की बात तो यह है कि 124वीं मंजिल से 50 किलोमीटर की दूरी तक साफ दिखाई देता है।

बुर्ज खलीफा :-
दुबई की बुर्ज खलीफा अपने आप में बेमिसाल है। 2004 में इसका बनना शुरू हुआ और 6 साल बाद 2010 में यह 828 मीटर ऊंची इमारत बनकर तैयार हुई। यह 168 मंजिली इमारत 100 किलोमीटर की दूरी से भी चमचमाती नजर आती है। इसकी 76वीं मंजिल पर मस्जिद तथा 124वीं मंजिला पर ‘आब्जनैशन डेक एट द टॉप’ है। पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनी इस इमारत में स्वीमिंग पूल, सिनेमाहॉल, माल्स आदि भी हैं। वर्तमान में यह विश्व की सबसे ऊंची इमारत है।

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