बुधवार, 7 अगस्त 2019

मुस्लिम देश इंडोनेशिया के नोट पर गणेश जी की फोटो


दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश के नोट पर क्यों लगी है गणेश जी की फोटो, जानिए यहां

हिन्दुओं और मुस्लिमों की बीच धर्म लड़ाई से कोई अनजान नहीं है। लेकिन इस सब के बाद भी दुनिया का एक मुस्लिम देश ऐसा है जिसके नोट पर गणेश की तस्वीर छपी है। ऐसा ही एक देश है इंडोनेशिया। इसे दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम आबादी वाला देश माना जाता है। हालांकि अब यह नोट इंडोनेशिया में प्रचलन में नहीं है। यहां की करेंसी भी भारत की मुद्रा की तरह ही प्रचलित है। यहां रूपियाह चलता है। आपको बता दें कि इंडोनेशिया में करीब 87.5 फीसदी आबादी इस्लाम धर्म को मानती है। वहां सिर्फ 3 फीसदी हिन्दू आबादी है।

नोट पर छपी है गणेश की तस्वीर

इंडोनेशिया की करेंसी को रूपियाह कहते हैं। वहां, 20 हजार के नोट पर भगवान गणेश की फोटो है। दरअसल, भगवान गणेश को इंडोनेशिया में शिक्षा, कला और विज्ञान का देवता माना जाता है।

इस नोट को इंडोनेशियाई सरकार ने 1998 में जारी किया था, लेकिन 10 साल के प्रचलन के बाद 2008 के अंत में इसे बंद कर दिया गया।

नोट में और क्या है खास

इंडोनेशिया में 20 हजार की नोट पर सामने भगवान गणेश की तस्वीर और पीछे क्लासरूम की तस्वीर है, जिसमें टीचर और स्टूडेंट्स हैं। जो नोट की थीम शिक्षा को दर्शाती है। हो सकता है इसी वजह से उस नोट पर गणेश जी की भी फोटो छापी गई हो क्योंकि वहां भगवान गणेश को बुद्धि का देवता माना जाता है। ऐसा भी माना जाता है कि गणेश बुद्धि के देवता हैं और उन्होंने व्यास जी के कहने पर अपने दांत से ही महाभारत लिख दिया था। इसीलिए उन्हें एकदंत भी कहा जाता है। 

साथ ही नोट पर इंडोनेशिया के पहले शिक्षा मंत्री 'की हजर देवांत्रा' की भी तस्वीर है। देवांत्रा इंडोनेशिया की आजादी के नायक रहे हैं। देवांत्रा इंडोनेशिया के स्वतंत्रता सेनानी थे और उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में भी बहुत काम किया था। 1945 में वो इंडोनेशिया के शिक्षा मंत्री भी रहे थे।

एक कारण ये भी है

इंडोनेशिया के नोट पर गणेश जी की फोटो छपने से संबंधित एक और किवदंती है। कहते हैं कि जब 1997 में कई एशियाई देशों की मुद्रा का अवमूल्यन हो रहा था, तो इंडोनेशिया में भी भयंकर आर्थिक संकट हो गया था। वहां के राष्ट्रीय आर्थिक चिंतको ने काफी विचार कर 1998 में 20,000 का एक नया नोट जारी किया गया, जिस पर भगवान गणेश की तस्वीर छापी गई। इसके अगले ही साल 1999 में इंडोनेशिया की मुद्रा की स्थिति में तेजी से सुधार हुआ। यह संयोग भी हो सकता है लेकिन लोगों का मानना है कि गणेश जी की वजह से ही वहां की अर्थवयवस्था मजबूत हुई है।

यहाँ के लोग मुस्लिम होने बाद भी अब गणेश भगवान की पूजा करते है। और हर साल गणेश चतुर्थी बड़े धूम धाम से मानते है।

अर्जुन और श्री कृष्ण की भी लगी है मूर्ति

आपको जानकर हैरान होगी कि इस देश में गणेश ही नहीं बल्कि इंडोनेशियन आर्मी का मैस्कॉट हनुमान जी हैं। यहां महाभारत और भगवत गीता की लोकप्रियता इतनी है कि इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता के एक फ़ेमस टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर कृष्णोपेडसाम नाम से श्रीकृष्ण की एक मूर्ति है। जहां अर्जुन और कृष्ण एक रथ पर सवार दिखाई देते हैं। यह मूर्ति लोगों को भगवत गीता के महत्व को समझाने के लिए कहा गया है। इसका अर्थ है बिना फल की इच्छे के कर्म करते जाना। साथ ही घटोत्कच की प्रतिमा भी स्थापित है।

भगवान विष्णु के वाहन कहे जाने वाले गरुड़ के नाम पर इंडोनेशिया में एक एयरलाइंस चलती है। इंडोनेशिया में गणेश, कृष्ण और हनुमान के साथ-साथ पांडवों के नाम पर डाक टिकट भी जारी हो चुके हैं।  इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में अर्जुन विवाह के नाम से एक विशाल प्रतिमा भी लगी हुई है जो महाभारत के दृश्य को दिखाती है। इंडोनेशिया का नेशनल एंब्लेम भी गरुड़ पंकशील कहलाता है। इंडोनेशिया के एक प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज बांडुंग इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के लोगो पर भी भगवान गणेश की तस्वीर बनी हुई है। यही नहीं अमेरिका में इंडोनेशिया के दूतावास के बाहर भी विद्या की देवी सरस्वती की एक विशाल मूर्ति लगाई गई है।

बहुत कम लोगों को यह बात मालूम है कि मुस्लिम बाहुल्य देश होने के बावजूद संख्या के हिसाब से इंडोनेशिया में हिंदुओं की तादाद बहुत बड़ी है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि भारत, नेपाल और बांग्लादेश के बाद इंडोनेशिया ही वह देश है जहां सबसे ज्यादा हिंदू रहते हैं। इंडोनेशिया के बाली में तो 80 फीसदी से ज्यादा आबादी बालनिज हिंदुओं की है और वहां पर हजारों छोटे बड़े मंदिर हैं। सिर्फ दो प्रतिशत हिंदू आबादी होने के बावजूद इंडोनेशिया की संस्कृति में हिंदू देवी देवताओं को सम्मान मिलता रहा है। इंडोनेशिया कुल 17000 द्वीप हैं और 300 ज्वालामुखी वाला देश है।

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