टर्मिनल ल्यूकोडिस्ट्रोफी
यूनाइटेड किंगडम (यूके, ब्रिटेन, इंग्लैंड) के लंदन में ऐसा एक बेहद अजीबोगरीब मामला सामने आया है जिसमें अधेड़ उम्र वाले दो भाई वापस अपने बचपन में लौट गए हैं। वे बच्चों की तरह हंसते हैं, खेलते हैं। उनकी सभी हरकतें एक दस साल के बच्चे की तरह हो गई है।लंदन निवासी दो भाई मैथ्यू (39) और उसका भाई माइकल क्लार्क (42) उम्र के इस पड़ाव पर आकर दोबारा अपने बचपन की ओर चले गए हैं। उनका व्यवहार और स्वभाव बिल्कुल एक बच्चे के समान परिवर्तित हो गया है। इस बीमारी के लक्षण पिछले साल से ही शुरू हो गए थे। दो सगे भाइयों में आए इस बदलाव को देखकर सभी लोग बेहद हैरान हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि इन दोनों भाइयों को टर्मिनल ल्यूकोडिस्ट्रोफी (टर्मिनल लिउकोडिस्ट्रोफी / डाल्यूकोयस्ट्रोफी) नामक बीमारी ने अपनी चपेट में ले लिया है। शाही वायु सेना रेजीमेंट के पूर्व सदस्य माइकल की दिमागी हालत 10 साल के उम्र में पहुंच गई है। वह अपने दांत बाहर निकालकर बिल्कुल मासूम बच्चे की तरह हंसते है, जबकि फैक्टरी कर्मचारी रह चुके उसका भाई मैथ्यू तो पूरी तरह खुद को बच्चा ही समझने लगा है। दोनों भाई अपना सारा काम छोड़ सारा समय बस चिप्स, चॉकलेट और स्नैक्स खाकर समय व्यतीत करते हैं। वह पूरा दिन टेलीविजन देखते रहते हैं। अपनी वास्तविक उम्र के लोगों को छोड़कर वह छोटे बच्चों के साथ सांप-सीढ़ी खेलते रहते हैं।
मां-बाप कर रहे देखभाल
दोनों भाइयों को बच्चों के जैसा व्यवहार करने के लिए अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है। रिटायरमेंट के बाद स्पेन में बाकी दिन बिताने की उनके माता-पिता की योजना खत्म हो चुकी है और वे अचानक बच्चे बन गए जवान बेटों की देखभाल के लिए रुक गए हैं।
इस घटना ने उनके पिता एंथनी (63) और मां क्रिस्टीन क्लार्क (61) को तोड़कर रख दिया है। लिंकोलशायर काउंटी में लिंकोल के रहने वाले एंथनी ने इसे सबकुछ तहस-नहस कर देने वाली बीमारी करार देते हुए कहा कि दोनों अब बच्चे की तरह व्यवहार कर रहे हैं। मैथ्यू बाजार से अपने लिए रेलगाड़ी का सेट और मि. पोटैटो हेड खरीद लाए हैं। उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप से उनके लिए बहुत बुरा है, पर हमारे लिए भी भयानक है। हम खुद को बेसहारा महसूस कर रहे हैं। एंथनी और क्रिस्टीन की योजना बच्चों से फुर्सत पाकर स्पेन में बसने की थी, लेकिन अब उन्होंने यह कार्यक्रम छोड़ दिया है, क्योंकि उन्हें अपने बड़े हो चुके बेटों के फिर से बच्चे बन जाने के कारण उनका ध्यान रखना है।
क्या है ल्यूकोडिस्ट्रोफी -
ल्यूकोडिस्ट्रोफी नामक बीमारी से पीडि़त लोगों की संख्या बहुत कम है, और यह बीमारी तंत्रिका तंत्र सम्बंधी (न्यूरोलॉजिकल) बीमारी है, जो मस्तिष्क, तंत्रिका तंत्र (स्नायु तंत्र) और रीढ़ (मेरुदंड) को भी प्रभावित करती है। इसके बारे में अभी बहुत कम जानकारी है। यह बीमारी विशेष तौर पर माइलिन शेथ (myelin sheath) को प्रभावित करती है, जो तंत्रिका कोशिकाओं के आसपास रहकर उसकी सुरक्षा करती है। इस शेथ के क्षतिग्रस्त होने से दिमाग व शरीर के बीच होने वाला संपर्क धीमा हो जाता है या ब्लॉक हो जाता है। इस वजह से कई सारी समस्या हो सकती हैं -- बोलने में, देखने में, चलने फिरने में, सुनने में, दिमागी व शारीरिक विकास में।
इस बीमारी के बारे में शोध कार्य के लिए अनुदान मुहैया कराने वाली माइलिन परियोजना के ब्रिटेन के मुख्य कार्यकारी लिंडा कार्थी के अनुसार, करीब तीन अरब लोगों में से एक को यह बीमारी होने की आशंका होती है। यह जीन में गड़बड़ियों के कारण होता है।
फिल्म - द क्यूरियस केस ऑफ बेंजामिन बटन -
द सन के मुताबिक, यह रहस्यमयी बीमारी 2008 में आई हॉलीवुड फिल्म ''द क्यूरियस केस ऑफ बेंजामिन बटन'' इस बीमारी पर ही बनी एक अमेरिकी फिल्म है जिसमें हॉलिवुड एक्टर ब्रैड पिट एक बूढ़ा शख्स होता है, लेकिन बाद में उसकी उम्र पीछे चली जाती है और वह छोटा हो जाता है।
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