1947 रोजवेल यूएफओ घटना (1947 Roswell UFO Incident)
सीआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह कहते हैं कि रोजवेल में गिरा यान दूसरे ग्रह का था। वह धरती का यान नहीं था। उसके मुताबिक वहां यूएफओ ही गिरा था। ज्यातर लोगों का मानना है कि रोजवेल में दूसरे ग्रह का एक यान गिरा था, जिसमें कई एलियन भी थे। हादसे में उनकी मौत हो गई थी।सीआईए अधिकारी रह चुके चेस ब्रेंडन कहते हैं कि अमेरिकी रक्षा विभाग का एक गुप्त कमरा है जहां रोजवेल की सचाई छिपी हुई है। इससे जुड़ी चीजें वहां रखी गई हैं। वह कहते हैं मैं दावे के साथ कह सकता हूं को वह दूसरे ग्रह का यान था।
हाल ही में अमेरिकी खुफिया एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन (एफबीआई) की एक गोपनीय फाइल सार्वजनिक की गई थी। जिसमें इस बात का खुलासा किया गया था कि अमेरिकी पुलिस तथा सेना के अधिकारियों ने ऊटा राज्य में 1949 में यूएफओ को नष्ट होते देखा था। एफबीआई के विशेष एजेंट ने 4 अप्रैल, 1949 को ब्यूरो के निदेशक एडगर हूवर को 'अत्यंत महत्वपूर्ण' केबल भेजा था। दस्तावेज के मुताबिक सेना के जवान, पुलिसकर्मी और राजमार्ग गश्ती दल के सदस्यों ने यूएफओ देखा था। उन्होंने इसे साल्ट लेक सिटी के उत्तर में लोगान के पास पहाड़ों से टकराकर नष्ट होते हुए भी देखा था। तीनों ने सार्डिन दर्रे के पास पहाड़ से भी अधिक ऊंचाई पर चांदी जैसे रंग की वस्तु को दखा। इससे पहले लोगान में सितम्बर 1947 में यूएफओ नजर आने की जांच हुई थी। बहुत से लोगों ने एफबीआई से कहा कि उन्होंने किसी चपटी गोल वस्तु को शहर में काफी तेज गति से उड़ते देखा था। एजेंट का कहना है कि उन्होंने न्यू मेक्सिको में रोजवेल के पास कुछ प्राणियों को उतरते देखा था। वे तश्तरी जैसे वाहन में आए थे। एजेंट के मुताबिक, ''उनका आकार गोल और बीच से उठा हुआ था। गोलाई का व्यास करीब 50 फीट था। इनमें से प्रत्येक तीन मानव शरीर के बराबर था। लेकिन उनकी ऊंचाई केवल तीन फीट थी। उनके शरीर पर धातु जैसे उम्दा किस्म के वस्त्र थे।'' अमेरिका में एक बड़ा वर्ग मानता है कि इन प्राणियों के शरीर के अवशेष मिले थे। अमेरिकी सेना और अधिकारियों ने उनका अंत्य-परीक्षण भी किया था, लेकिन अमेरिकी अधिकारियों ने इस पर पर्दा डाल दिया। यहां बता दें अज्ञात उड़ान वस्तु (यूएफओ) का पहली बार इस्तेमाल 1952 मे किया गया था संयुक्त राज्य वायु सेना ने यह शब्द खोजा था।
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फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) के एक आधिकारिक पत्र से यह साबित होता है कि 1950 से पहले न्यू मैक्सिको के रोजवेल में एलियंस उतरे थे। दुर्घटनाग्रस्त उड़न तश्तरी से कथित तौर पर अमेरिकी मिल्रिटी ने एलियंस के शव भी बरामद किए थे। बाद में मामले को रफा-दफा कर दिया गया।
एफबीआई ने अपनी हजारों फाइलों को नए ऑनलाइन रिसोर्स द वॉल्ट पर प्रकाशित किया है। इनमें से एक आधिकारिक पत्र 22 मार्च 1950 को वॉशिंगटन में पदस्थ विशेष एजेंट गॉय हॉटेल ने एफबीआई डायरेक्टर को लिखा था। इसमें हॉटेल ने बताया है कि न्यू मैक्सिको में एयरफोर्स के एक जांचकर्ता ने तीन उड़नतश्तरियों को देखा है।
क्या लिखा है पत्र में
गॉय हॉटेल ने डायरेक्टर को लिखे अपने पत्र में कहा कि न्यू मैक्सिको में एयरफोर्स के एक जांचकर्ता ने तीन उड़नतश्तरियां देखी, जो आकार में गोलाकार थी और बीच में से थोड़ी उठी हुई थी। 50 फीट व्यास की उन उड़नतश्तरियों में तीन मानवाकार शरीर देखे गए, जो महज 3 फीट ऊंचे थे। उन तीनों ने धात्विक आवरण ओढ़ रखा था, जो बहुत ही महीन था। स्पीड फ्लायर्स और टेस्ट पायलट्स जिस तरह से कपड़े पहनते हैं, ठीक उसी तरह उनके कपड़े दिख रहे थे। हालांकि इस मामले की आगे जांच नहीं की गई।
तो क्या वह सच था!
न्यू मैक्सिको का शहर रोजवेल समय सुर्खियों में आया था, जब 2 जुलाई 1947 को मिल्रिटी बेस के पास कथित तौर पर उड़न तश्तरी दुर्घटनाग्रस्त हुई थी। एलियंस के शरीरों को यूएस मिल्रिटी ने अपने कब्जे में लेकर उनकी ऑटोप्सी भी कराई थी। हालांकि बाद में अमेरिकी प्रशासन ने इन खबरों को अफवाह करार दिया था। 24 घंटे के अंदर मिल्रिटी ने कहानी बदल दी। कहा गया कि जिसे वह उड़न तश्तरी समझ रहे थे, वह एक मौसमी गुब्बारा था।
दब गई सच्चाई
1947 के एक और आधिकारिक पत्र में दावा किया गया है कि रोजवेल के पास उड़न तश्तरी जैसी कोई वस्तु बरामद की गई है, जो आकार में षट् कोणीय थी। यह एक गुब्बारे केबल के जरिए नीचे गिरी थी। यह भी दावा किया गया कि एयर फोर्स और फील्ड ऑफिस के बीच हुई टेलिफोनिक बातचीत में यह बात साबित नहीं होती है। राष्ट्रहित में इस मामले को यहीं खत्म कर दिया गया।
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साल 1947 में अमेरिका के रोजवेल में यूएफओ (उड़नतश्तरी) क्रैश होने की घटना का जिक्र किया जाता है। कहा जाता है कि इसमें एक एलियन का शव बरामद किया गया था।
डॉ. एडगर मिशेल मेक्सिको सिटी में बुधवार को नेशनल ऑडिटोरियम में रोजवेल स्लाइड्स नामक एक फोटो सीरीज जारी करेंगे। डॉ. मिशेल एक अंतरिक्षयात्री थे। वह चंद्रमा पर जाने वाली टीम के सदस्य थे। यह फोटोज जियोलॉजिस्ट बर्नार्ड ए. रे ने कोडाक्रोम फिल्म का इस्तेमाल कर लिए थे। जिसमें दिखाया गया है कि न्यू मेक्सिको में क्रैश यूएफओ में एक एलियन मृत पाया गया था। हालांकि, कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि यह तस्वीरें फर्जी हैं
रेगिस्तान में हुआ था क्रैश
बर्नार्ड ए. रे एक ऑयल एक्प्लोरेशन जियोलॉजिस्ट थे। 1947 में वह न्यू मेक्सिको के रोजवेल स्थित रेगिस्तान में काम कर रहे थे। उसी दौरान एक रहस्यमयी यूएफओ आकर गिरा। उनके द्वारा ली गई फोटोज आधी सदी तक छिपाकर रखी गई थीं।
किसी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी
यूएफओ इन्वेस्टिगेटर एंथनी ब्रागालिया इन फोटोज की सत्यता की जांच में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि विज्ञान फतांसी में यह व्यक्ति, ममी, डमी, बंदर और मृत व्यक्ति जैसा विकृत नहीं है। यह कोई ऐसा जीव भी नहीं है, जिसके धरती पर निशान ढूंढे जा रहे हों। उन्होंने कहा कि जब तक मृत एलियन की फोटोज जारी नहीं होती, तब तक किसी नतीजे पर पहुंचना संभव नहीं है।
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जब इस खबर के साथ दुनियाभर तेज सनसनी दौड़ गई थी कि अमेरिका के न्यू मैक्सिको के रोजवेल कस्बे के बाहर एक उड़नतश्तरी दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। खबर के विवरण चौंका देने वाले थे, कि हादसे का शिकार बनी यूएफओ से एलियन्स भी बरामद किए गए हैं और अमेरिकी वायुसेना इस पूरे वाक्ये पर पर्दा डालने में जुटी है। ये खबर इतनी सनसनीखेज थी कि यूएफओलॉजिस्ट अब तक इसकी मिसालें देते हैं।
यूएफओलॉजिस्ट के मुताबिक रोजवेल की यूएफओ हमसे करीब 39 प्रकाश वर्ष दूर दक्षिणी आसमान में मौजूद डबल स्टार सिस्टम 'जेटा रेटिकुली' की परिक्रमा कर रहे किसी ग्रह से आई थी।
हमारा सूरज और सौरमंडल सिंगल स्टार सिस्टम है, यानि एक सूरज की परिक्रमा करते कई ग्रह। जबकि 'जेटा रेटिकुली' सिस्टम दो सितारों से बना है, जो एक-दूसरे से करीब 800 अरब मील दूर हैं। 'जेटा रेटिकुली' डबल स्टार सिस्टम को यूएफओ के किस्से से जोड़ने का काम 1970 में किया था अमेरिका के ओहायो की एक स्कूल टीचर ने। मारजोरी फिश नाम की इस स्कूल टीचर का दावा था कि उसने 1961 के एक यूएफओ एबडक्शन केस के विवरणों से एक स्टार मैप बनाया है, जो ये बताता है कि एलियन्स कहां से आए थे। 1961 का ये एलियन एबडक्शन केस यानि एलियन्स के हाथों अगवा हो जाने का मामला, सबसे पहले पत्रकार जॉन फुलर की पुस्तक 'इंसीडेंट ऐट एक्सेटर : द इंट्रप्टेड जर्नी' के जरिए दुनिया के सामने आया। किस्सा कुछ यूं है कि दावा किया गया था कि न्यू इंग्लैंड की एक दंपत्ति को एलियन्स उठा ले गए थे और यूएफओ में उनका मेडिकल परीक्षण भी किया गया था।
जांचकर्ताओं ने जब हकीकत जानने के लिए एलियन एबडक्शन का दावा कर रही महिला बेट्टी हिल को सम्मोहित किया, तो सम्मोहन के दौरान उसने स्टारमैप का एक स्केच बनाया। उसका दावा था कि उसने सितारों का ये रास्ता एलियन स्पेसशिप के भीतर से देखा था। ये 1970 का शुरुआती दौर था, तब कंप्यूटर टेक्नोलॉजी इतनी एडवांस नहीं थी, इसलिए इस किस्से में दिलचस्पी लेने वाली ओहायो की स्कूल टीचर मारजोरी फिश ने लोहे का सामान्य तार और मोतियों के इस्तेमाल से उस स्टार मैप का मॉडल बनाया। फिर उसे लेकर घर के पिछवाड़े से सितारों भरे आसमान में एलियन्स के घर का ठिकाना तलाशने में जुट गई। संयोग से उसका मॉडल दक्षिणी आसमान में मौजूद स्टार सिस्टम 'जेटा रेटिकुली' से मेल खा गया। बस फिर क्या था, यूएफओ और एलियन्स के किस्सों में दिलचस्पी रखने वालों को एक नई कहानी मिल गई और रोजवेल यूएफओ के किस्से को भी इसीसे जोड़ दिया गया। ये बात अलग है कि हमसे 39 प्रकाश वर्ष दूर इस स्टार सिस्टम में जीवन के निशान की बात तो छोड़िए, किसी ग्रह की मौजूदगी के भी प्रमाण अब तक नहीं मिले हैं।
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एक यूएफओ साइंटिस्ट ने एलियन की तस्वीर जारी की है। उसका दावा है कि अमेरिका के टॉप सीक्रेट एरिया 51 में एलियन के परीक्षण के दौरान ये तस्वीर खींची गई थी। साइंटिस्ट के मुताबिक, यह तस्वीर उसे एरिया 51 से ही प्राप्त हुई है।
एग्जामिनर वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, ये तस्वीर कथित तौर पर यूएफओ एक्सपर्ट टॉम कैरे को भेजी गई है। बताया जा रहा है कि इसे सन् 1947 में खींचा गया था। गौरतलब है कि इसी साल रोजवेल यूएफओ घटना हुई थी, जिसमें एक परग्रही यूएफओ क्रैश होने की बात कही जाती है। हालांकि, आज तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी।
इस बारे में यूएफओ एक्सपर्ट टॉम कैरे ने बताया, कोडैक रोल पर खींची गई तस्वीर की प्रमाणिकता जांचने के लिए हम रोचेस्टर (न्यूयॉर्क) में कोडैक इतिहासकार से मिले। उन्होंने बताया कि यह फिल्म स्ट्रिप सन् 1947 की है और यह फोटोशॉप्ड भी नहीं है।
तस्वीर में एक परग्रही को लेटे हुए देखा जा सकता है। कैरे के मुताबिक, इस एलियन की लंबाई 4 फीट रही होगी और इसका सिर कीड़े जैसा था।
कैरे ने बताया, जांच के लिए उसके सिर को काटा गया था। ऐसा माना जा रहा है कि शव को सुरक्षित रखने के लिए किसी तरह का लेप लगाया गया था।
Woo nice information
जवाब देंहटाएंदुनिया को बेवकूफ बनाने के लिए यह सबसे अच्छा और पुराना फंडा है।
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