सितम्बर 1752 का रोचक इतिहास (Interesting History of September 1752) :-
सितम्बर के महीने में कितने दिन होते हैं ? आप कहेंगे 30 और बिलकुल सही हैं। लेकिन यदि हम आपसे कहें कि इतिहास में एक सितम्बर ऐसा भी हुआ था जिसमें से पूरे 11 दिन गायब हो गए थे तो आप विश्वास नहीं करेंगे। पर ये बिलकुल सच है।
आगे बढ़ने से पहले एक बार आप September 1752 के कैलेंडर पर नज़र दौडाएं। क्या कुछ abnormality दिखाई दी आपको इस September 1752 के कैलेंडर में?
आपने जरूर नोटिस कर लिया होगा कि इस कैलेंडर में तारीखें गड़बड़ है। आपको इसमें कुछ दिन कम नज़र आ गए होंगे। अब शायद आपके ज़ेहन में आ रहा होगा कि भाई इसमें क्या बड़ी बात है ? या इसमें क्या interesting है ? ये तो साफ़ दिखाई ही दे रहा है कि ये कैलेंडर गलत छपा हुआ है।
पर दोस्तों यहाँ यही तो interesting है कि ये कैलेंडर गलत छपा हुआ नहीं है, आप जो तारीखें देख रहे हैं वो गलत नहीं है। बल्कि ये Calendar बिल्कुल सही है। आपको विश्वास नहीं हो रहा तो मैं आपको इसके पीछे की पूरी कहानी बता देता हूँ।
चलिए अब जानते हैं Interesting History of September 1752 :-
September 1752 से पहले ब्रिटेन (England) में तारीखों के निर्धारण के लिए रोमन जूलियन कैलेंडर (Roman Julian Calendar) का इस्तेमाल किया जाता था। रोमन जूलियन कैलेंडर रोमनों द्वारा बनाया गया कैलेंडर है जो सैकड़ों वर्षों तक यूरोप और रोमनों के अधीन आने वाले देशों में काल की गणना का जरिया बना रहा।
बाद में (1582 में) एक अधिक प्रमाणिक कैलेंडर अस्तित्व में आया जिसे ग्रेगोरियन कैलेंडर के नाम से जानते हैं। ग्रेगोरियन कैलेंडर पोप ग्रेगोरी XIII द्वारा ईजाद किया गया था जो तारीखों की गणना के लिए अधिक उपयुक्त समझा गया था।
England के राजा ने September 1752 से तारीखों के निर्धारण के लिए ग्रेगोरीयन कैलेंडर (Gregorian Calendar) के इस्तेमाल को मंज़ूरी दी। Roman Julian Calendar का वह वर्ष Gregorian Calendar से 11 दिन लम्बा था। इसलिए England के राजा ने September 1752 से 11 दिन कम करने के आदेश दिए। और इसी वजह से September 1752 में 2 तारीख के बाद सीधे 14 तारीख दिखाई दे रही है।
लेकिन ये Interesting History of September 1752 (सितम्बर 1752 का रोचक इतिहास) यहीं खत्म नहीं हो जाती है।
2nd Interesting thing :-
वैसे देखा जाये तो September 1752 में 11 दिन कम थे लेकिन इस महीने में सभी workers को payment पूरे महीने का दिया गया। और यहीं से “PAID HOLIDAYS” concept का जन्म हुआ।
3rd Interesting thing :–
Roman Julian Calendar में नया वर्ष April में शुरू होता था और 1st April को नया वर्ष celebrate किया जाता था। लेकिन Gregorian Calendar में January को पहला महीना माना गया और उसी अनुसार 1st January को नया वर्ष मनाया जाने लगा। Gregorian Calendar में shift होने के बाद भी बहुत सारे लोगों ने अपनी पुरानी परम्परा नहीं छोड़ी और वो अभी भी 1st April को ही नए वर्ष के रूप में celebrate कर रहे थे।
राजा के ऐसा नहीं करने का आदेश देने के बाद भी जब लोग नहीं माने तो राजा ने शाही फरमान जारी किया। फरमान के अनुसार अब जिस किसी ने भी 1st April को नए वर्ष की तरह celebrate किया तो उसे मुर्ख करार दिया जायेगा। और तभी से 1st April को फूल्स डे (“APRIL FOOLS DAY”) की तरह मनाया जाने लगा।
अब कुछ जानकारी इन calendars के बारे में :-
दोनों कैलेंडरों के बीच मुख्य भेद यह है कि जूलियन कैलेंडर के अनुसार एक साल 365.25 दिन का माना जाता है जबकि वास्तविकता में यह 11 मिनट छोटा होता है। 11 मिनट का यह अंतर पाटने के लिए जूलियन कैलेंडर को हर 129 साल बाद 1 दिन आगे बढ़ा दिया जाता है। लेकिन इससे त्यौहारों और ऋतुओं से जुड़े दिनों की सही तारीख कि गणना में कठिनाई होने लगी। नतीजतन पोप ग्रेगोरी ने नया कैलेंडर बनाया जो आज लगभग पूरी दुनिया में चलता है।
Gregorian Calendar and Roman Julian Calendar
सन 1582 में Gregorian Calendar को introduce किया गया था, लेकिन 300 से भी ज्यादा वर्षों के बाद इसे विभिन्न देशों के द्वारा अपनाया गया। और अब यही calendar सबसे ज्यादा use किया जाता है। आज आप और हम तारीख देखने के लिए जिस calendar का use कर रहे हैं वो Gregorian Calendar ही है। Turkey ने यह calendar इस्तेमाल करने में सबसे ज्यादा देरी दिखाई और 1st January 1927 से ही Gregorian Calendar को अपने देश में मान्यता दी।
Gregorian Calendar से पहले सबसे ज्यादा प्रचलन में जो calendar था, उसे Roman Julian Calendar के नाम से जाना जाता है। लेकिन ये calendar पृथ्वी द्वारा सूरज के चक्कर लगाने के समय की सही गणना नहीं कर पाता था। leap year calculation इस calendar में सही नहीं थी।
Gregorian Calendar का leap year calculate करने का formula, Roman Julian Calendar से ज्यादा accurate है, हालाँकि perfect ये भी नहीं है। इसमें 3236 years में एक दिन की error आती है।
Revised Julian Calendar :-
अब revised Julian Calendar भी introduce किया गया है। इसमें leap year calculation सबसे ज्यादा accurate है। इसमें एक वर्ष में सिर्फ 2 seconds का error ही मिलता है, मतलब 31250 years में एक दिन की error, पर यह calendar अभी किसी भी country द्वारा use नहीं किया जाता है।
चलते-चलते एक और fact :-
We can also say, 3 September 1752 से 13 September 1752 के बीच कोई भी पैदा नहीं हुआ। Interesting, isn’t it?
Very interesting.... ..
जवाब देंहटाएंIt's great
जवाब देंहटाएंTiktok से kon ye intresting cheez padne aaya h
जवाब देंहटाएंM Aya Hu
हटाएंMai bhi aaya hu
हटाएंMai aai hu
हटाएंMe bhi..
हटाएंMai bhi
हटाएंWow awesome
जवाब देंहटाएंHum aaye hai
जवाब देंहटाएंYeah me too
जवाब देंहटाएंM bhi
जवाब देंहटाएंWow man it's incredible fact about Sept😁😁😁😍😍
जवाब देंहटाएंMai nahi a ya hu mai ne facts ke ware mai bahda h
जवाब देंहटाएंHow they cover their 11 days in calender? And what they do in their history?
जवाब देंहटाएंInteresting facts. I learnt this at this age of 70 yrs.
जवाब देंहटाएं