शुक्रवार, 22 मई 2020

जटोली शिव मंदिर, हिमाचल प्रदेश

जटोली शिव मंदिर

जटोली शिव मंदिर भारत देश के हिमाचल प्रदेश राज्य के सोलन जिले में स्थित है, जिसकी स्थापना श्री श्री 1008 स्वामी कृष्णानंद परमहंस महाराज ने की थी। स्वामी कृष्णानंद परमहंस 1950 में जटोली आए थे। 1974 में मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो गया था। जटोली की हसीन वादियों में स्थित है यह भव्य शिव मंदिर।

दक्षिण-द्रविड़ शैली में बने इस मंदिर को बनने में करीब 39 साल का समय लगा। जटोली में मंदिर की स्थापना स्वामी कृष्णानंद परमहंस ने 1973 की थी जो 1983 में ब्रह्मलीन हो गए।

मान्यता के अनुसार भगवान शिव ने यहां एक रात के लिए विश्राम किया था। कहा जाता है कि यहां के लोगों को पानी की समस्या से जुझना पड़ा था। जिस देखते हुए स्वामी कृष्णानंद परमहंस जी ने भगवान शिव की घोर तपस्या की और त्रिशूल के प्रहार से जमीन में से पानी निकाला। तब से लेकर आज तक जटोली में पानी की समस्या नहीं है। लोग इस पानी को चमत्कारी मानते हैं। इनका मानना है कि इस जल में किसी भी बीमारी को ठीक करने के गुण हैं। यहां हर रविवार को भंडारा लगता है।

सबसे ऊंचा शिव मंदिर

स्वामी कृष्णानंद के समाधि लेने के बाद मंदिर प्रबंधक कमेटी ने मंदिर का निर्माण जारी रखा। मंदिर में हाल ही में 11 फुट लंबा स्वर्ण कलश चढ़ाया गया है। इससे मंदिर की ऊंचाई करीब 122 फुट तक पहुंच गई। कमेटी का दावा है कि यह उत्तर भारत का सबसे ऊंचा शिव मंदिर है।

जटोली स्थित शिव मंदिर में जल्द ही 17 लाख रुपए की लागत का स्फटिक शिवलिंग की स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।

मंदिर के कोने में स्वामी कृष्णानंद की गुफा भी है। यहां पर शिवलिंग स्थापित किया गया है। मंदिर परिसर में दाईं अोर भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित है। इसके 200 मीटर की दूरी पर शिवलिंग है।

मूर्तियां स्थापित होंगी

यहां पर भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश, कार्तिकेय और हनुमान की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी। मंदिर की खास बात है कि इसका निर्माण भक्तों द्वारा किए गए दान से ही किया गया है। मंदिर निर्माण पर अब तक करोड़ों रुपए खर्च हो चुके हैं। शिव मंदिर के साथ प्राकृतिक शिव गुफा के दर्शन के लिए आज भी भक्त दर्शन के लिए आते हैं।

कैसे पहुंचे


सोलन से राजगढ़ रोड़ होते हुए जटोली मंदिर जाया जा सकता है। सड़क से 100 सीढ़ियां चढ़कर भोलेनाथ के दर्शन होते हैं। यहां बस, टैक्सी अौर अॉटो से पहुंचा जा सकता है।

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