बुधवार, 25 नवंबर 2020

सहस्त्रबाहु मंदिर, उदयपुर


सास बहू मंदिर उदयपुर (Sahastra Bahu Temple Udaipur)

सहस्त्रबाहु मंदिर उदयपुर से लगभग 22 किमी दूर, Nh-8 पर नागदा गाँव में स्थित है। जिसे सास- बहू मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, सहस्त्रबाहु मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है, जहाँ सहस्त्रबाहु नाम का अर्थ,’एक लाख भुजाओं वाला’, जो विष्णु के रूपों में से एक है। मंदिर रामायण पर आधारित कई सुंदर नक्काशी से सुशोभित है। सास बहू मंदिर स्थानीय लोगो और तीर्थ यात्रियों के लिए उदयपुर का प्रमुख आस्था केंद्र बना हुआ है। जहाँ देशी और विदेशी पर्यटकों के भीड़ देखी जा सकती है।

उदयपुर की सहस्त्रबाहु मंदिर का इतिहास (History Of Sas Bahu Temple Udaipur)

कच्छवाह वंश के राजा महीपाल ने इस मंदिर का निर्माण 10 वीं या 11 वीं शताब्दी में करवाया था। महिपाल की रानी भगवान विष्णु की भक्त थीं। राजा अपनी प्यारी पत्नी के लिए बहुत दयालु और उदार था, इसीलिए उसने इस मंदिर का निर्माण करवाया। वह चाहता था कि वह अपने इष्ट भगवान विष्णु की शांति से पूजा करे। बाद में, जब राजकुमार का विवाह हुआ, तो उसकी पत्नी के लिए एक और मंदिर का निर्माण किया गया, जो भगवान शिव की उपासक थी। इस प्रकार, भगवान शिव को सम्मान देने के लिए मंदिर विष्णु मंदिर के बगल में बनाया गया था।

सास बहू मंदिर उदयपुर की वास्तुकला (Saas Bahu Mandir Udaipur Architecture)

सास बहू मंदिर विभिन्न देवी-देवताओं के पांच से दस छोटे मंदिरों का समूह है। जहाँ विशेष अवसरों के दौरान भगवान विष्णु की मूर्ति रखने के लिए सामने की जगह में मंदिर का एक मेहराब है। मंदिर में अलग-अलग तीन दिशायों के तीन तीन दरवाज़े हैं। जिसके प्रवेश द्वार पर, देवी सरस्वती, भगवान ब्रम्हा और भगवान विष्णु की मूर्तियाँ स्थापित हैं। मंदिर की जटिल नक्काशी और वास्तुकला अविश्वसनीय रूप से भव्य हैं। सास बहू मंदिर का विशाल परिसर चौड़ाई में 22 मीटर और लंबाई में 32 मीटर भूमि में फैला हुआ है। जिसमे मंदिर की दीवारों में 10 वीं शताब्दी की विशेष नक्काशी है। और मंदिरों का मुख्य द्वार एक मानक द्वार से है जो मध्य खंड में लिंटल्स और बहु-लोब वाले मेहराब की शानदार नक्काशी से सुसज्जित है।

सहस्त्रबाहु मंदिर खुलने और बंद होने का समय (Sahastra Bahu Temple Udaipur Timing)

सास बहू मंदिर श्रद्धालुओं के लिए प्रतिदिन सुबह 5.00 बजे से दोपहर 12 बजे तक और शाम 4.00 बजे से रात 9.00 बजे तक खुला रहता है। और आपको बता दे मंदिर की पूर्ण व सुखद यात्रा के लिए 1-2 घंटे का समय निकालकर सास बहू मंदिर की यात्रा सुनिश्चित करें।

उदयपुर का सास बहू मंदिर का प्रवेश शुल्क (Sahastra Bahu Temple Ticket Price)

सास बहू मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश नि: शुल्क है।

सहस्त्र बाहु मंदिर घूमने जाने का सबसे अच्छा समय (Best Time To Visit Saas Bahu Temple Udaipur)

अगर आप सहस्त्रबाहु मंदिर उदयपुर घूमने जाने के बारे में विचार कर रहे हैं तो हम आपको बता दें की वैसे तो आप साल की किसी भी समय सहस्त्रबाहु मंदिर की यात्रा कर सकते है लेकिन अगर आप सास बहू मंदिर के साथ -साथ उदयपुर के अन्य पर्यटक स्थल घूमने का प्लान बना रहे है, तो आपको बता दे उदयपुर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का समय होता है। सर्दियों का मौसम उदयपुर की यात्रा करना एक अनुकूल समय है। क्योंकि रेगिस्तान क्षेत्र होने की वजह से राजस्थान गर्मियों में बेहद गर्म होता है जिसकी वजह से गर्मी के मौसम में उदयपुर की यात्रा करने से बचना चाहिए।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें