गुरुवार, 17 फ़रवरी 2022

महाराणा प्रताप पर सिक्का, माल्टा

महाराणा प्रताप पर सिक्का, माल्टा

यूरोपीय देश माल्टा की सरकार ने वर्ष 2003 में मेवाड़ के शूरवीर महाराणा प्रताप पर .999 चांदी का सिक्का जारी किया था। एक किलोग्राम वजनी यह सिक्का दुनिया में सबसे बड़ा सिक्का है, जिसके एक ओर महाराणा प्रताप का चित्र और उनके जन्म-मृत्यु की तारीख (1540-1597) अंकित है जबकि दूसरी ओर माल्टा देश का चिह्न व देश का नाम वहां की भाषा में लिखा हुआ है। साथ ही इस सिक्के का भार भी लिखा गया है। माल्टा सरकार ने ऐसे 100 सिक्के जारी किए थे, जिनमें से एक उदयपुर में सिक्कों के संग्रहण कर्ता विनय भाणावत के पास भी है। मेवाड़ फिलेटली सोसायटी के संस्थापक अध्यक्ष विनय भाणावत ने बताया कि जब विदेशों में मेवाड़ के वीर महाराणा प्रताप पर दुनिया का सबसे बड़ा सिक्का जारी किया जा सकता है तो भारत में भी महाराणा प्रताप पर सिक्का जारी किया जाना चाहिए। उन्होंने सरकार से 16 जून को महाराणा प्रताप जयंती पर ऐसे सिक्के जारी करने की मांग की है।

सोलहवीं शताब्दी के एक हिंदू राजा काे 6500 किलोमीटर दूर के एक राष्ट्र द्वारा दिया गया यह सम्मान उनके प्रबल प्रभाव काे दर्शाता है।

सरकार ने 4 से 33 ग्राम के सिक्के किए थे जारी

केन्द्र सरकार महाराणा प्रताप पर अब तक दो बार सिक्के जारी कर चुके है, लेकिन वे बेहद कम वजनी और कम मात्रा में थे। सरकार ने स्मारक सिक्कों की शृंखला में वर्ष 2003 में एक रुपए (4.85 ग्राम), 10 रुपए (12.5) और सौ रुपए (33 ग्राम) के सिक्कों का सेट जारी किया था। इसके बाद 2015 में 10 रुपए का सिक्का जारी किया था। विडंबना ये है कि ये सिक्के आम आदमी के हाथों तक नहीं पहुंच पाए। जिनके पास पहुंचे, उनके लिए संग्रहण करने की वस्तु बन गए।


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