सेहत के लिए रामबाण है काला आलू (Black Potato)
आलू का उपयोग हर घर में किया जाता है। ज्यादातर लोगों की पसंदीदा सब्जी पूछी जाए, तो वो आलू ही होता है। आलू को लेकर यह कहा जाता है कि डायबिटीज, मोटापे वाले लोगों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। वही आज आपको एक ऐसे आलू के बारे में बताने जा रहे हैं जिसको इन बीमारियों में भी आप खूब खा सकते हैं और नुकसान भी नहीं होगा। जी हां यह काला आलू है जो पोषक तत्वों से भरपूर है और सेहत के लिए ये आलू बहुत ही लाभदायक होता है।
काले आलू का छिलका काले रंग का होता है पर अंदर से उसका रंग जमुनी होता है। चुकंदर की तरह दिखने वाला ये काला आलू स्वाद में सामान्य आलू की तरह ही होता है। सफेद आलू की तुलना में इस आलू के सेहत के लिए ज्यादा फायदे देखने को मिल रहे हैं। ये आलू ज्यादातर दक्षिण अमेरिका (अमेरिका के पर्वतीय क्षेत्र एंडीज शहर) में पाया जाता है। लेकिन अब भारत में भी ये आसानी से मिलने लगा है और इसके कई सारे फायदे भी देखने को मिल रहे हैं। आगे लेख में हम आपको इसके फायदों के बारे में बताएंगे।
वैसे तो आलू को शुगर फ्री करने के लिए कोल्ड स्टोर में एक प्रक्रिया अपनाई जाती है। लेकिन, काला आलू खेत से पैदा होने के साथ ही शुगर फ्री होता है। काला आलू को शुगर फ्री आलू कहें तो अतिशयोक्ति ही नहीं होगी। वैसे बाजार में चिप्सोना आलू को शुगर फ्री कहकर बेचा जाता है, जोकि वास्तव में नहीं होता है।
काले आलू में प्रोटीन, फाइबर, मैंगनीज, कॉपर, पोटेशियम, 15 प्रतिशत विटामिन B6, 40 प्रतिशत आयरन और इसमें संतरे जितना विटामिन C पाया जाता है। साथ ही इसमें फैट की मात्रा 1 ग्राम से भी कम होती है और करीब 87 कैलोरी इसमें पाई जाती है। काला आलू साधारण आलू के मुकाबले बेहद स्वादिष्ट माना जाता है।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) से आलू की माप होती है, जो 0-100 तक होता है। अगर आलू का जीआई 70 से अधिक होता है, तो उसे उच्च क्वालिटी का माना जाता है। तुलनात्मक अध्ययन में ब्लैक पोटैटो का जीआई 77 पाया गया है। जबकि पीले आलू का जीआई 88 और सफेद आलू का जीआई 93 होता है। काला बैंगनी आलू विशेष रूप से एंथोसायनिन नामक पालीफेनोल एन्टीआक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। उच्च एंथोसाइन का सेवन स्वस्थ कोलेस्ट्रोल के स्तर, हड्डी और हृदय रोग के अलावा कुछ कैंसर और मधुमेह के जोखिम को कम करता है। काला आलू हीमोग्लोबिन बढ़ाने और नवर्स सिस्टम को मजबूत करता है।
जानिए इसके फायदे
सूजन को करे कम (Reduce inflammation) -
सूजन को कम करने के लिए बैंगनी आलू बहुत लाभदायक होता है। दरअसल इसमें एंटीऑक्सीडेंट (antioxidant) की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो सूजन को कम करने में लाभदायक साबित होती है। जिन लोगों को भी अक्सर सूजन की समस्या बनी रहती है, उनको इस आलू का सेवन जरूर करना चाहिए।
पाचन के लिए लाभदायक (Beneficial in digestion) -
पाचन के लिए काला आलू बहुत लाभदायक होता है। लखनऊ स्थित भारतीय विष विज्ञान अनुसंधान संस्थान के रिपोर्ट के मुताबिक इसमें डाइट्री फाइबर ज्यादा होता है। जिसके चलते इसको खाने से कब्ज की समस्या नहीं होती है। अगर आप भी कब्ज की समस्या से परेशान हैं, तो इस आलू का सेवन करें।
मधुमेह के लिए लाभदायक (Beneficial in diabetes) -
मधुमेह के मरीजों को आलू का सेवन करना मना ही किया जाता है। लेकिन आपको बता दें कि अगर आप सफेद या पीले आलू की जगह काला आलू का सेवन करते हैं, तो इससे आपको ज्यादा नुकसान भी नहीं झेलना पड़ेगा।
खून बढ़ाने में करे मदद (Increase blood level) -
अगर आपको खून की कमी है, तो आप सफेद आलू की जगह काले आलू का सेवन करना शुरू करें। क्योंकि काले आलू में आयरन की बहुत अधिक मात्रा पाई जाती है। जिसके चलते, खून को बढ़ाने में इससे मदद मिलती है। इस आलू में 40 से 50 प्रतिशत तक आयरन रहता है। इस आलू का सर्वाधिक फायदा गर्भवती महिलाओं के लिए है।
वजन को रखे नियंत्रित (Control weight) -
आलू खाने से लोग डरते हैं कि कहीं उनका वजन न बढ़ जाए। लेकिन आपको बता दें कि अगर काले आलू का सेवन करते हैं, तो इसमें फैट एवं कैलोरी काफी कम मात्रा में पाई जाती है, जिसके सेवन से आपका वजन नियंत्रित रहता है और अगर आप वजन कम कर रहे हैं, तो आप सादे आलू की जगह काले आलू का सेवन कर सकते हैं।
* काले आलू में विटामिन C मौजूद होता है जिसके सेवन से आपकी त्वचा बेदाग़ होती है और आपकी त्वचा पर ग्लो आता है।
* कला आलू आपके लिवर की लिए भी सेहतमंद है जो आपके लिवर से रक्त को साफ़ करता है एवं आपके लिवर को डिटॉक्सीफाई भी करता है।
* काले आलू के सेवन से आपका ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है जिससे शरीर में ब्रेन स्ट्रोक, हार्ट अटैक, ब्लड क्लॉटिंग जैसी समस्या कम होती है।
* कला आलू आपके हृदय के स्वस्थ के लिए काफी सेहतमंद होता है क्योंकि इसमें फाइबर, मैंगनीज, कॉपर जैसे पोषक तत्व होते हैं जो ब्लड क्लॉटिंग व हार्ट अटैक के खतरे को कम करते हैं।
* एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर काले आलू आपके शरीर में कैंसर को बनने से रोकते हैं।
स्वाद में साधारण आलू से कहीं बेहतर
काला आलू के रंग पर ना जाकर उसके गुणों को देखना बेहद जरूरी है। गुणों की खान होने के साथ-साथ यह आलू खाने में साधारण आलू से कहीं अधिक स्वादिष्ट और मनभावन है। इसको मटर, गाजर, मैथी, गोभी में मिलाकर प्रयोग किया जा सकता है, तो इसके पकोडे़ और समोसे भी तैयार हो सकते हैं।
आलू के दाम और खेती
काला आलू के फायदों के चलते ही बाजार में इसका दाम सामान्य आलू से 15 से 20 गुना ज्यादा होता है। काले आलू की खेती करने वाले किसान बताते हैं कि उन्होंने एक बीघा काले आलू की खेती की है। प्रति बीघा में करीब 5 से ₹6000 लागत आती है, जबकि अगर पैदावार की बात करें तो 70 से 80 क्विंटल प्रति बीघा इसका उत्पादन होता है, जो सामान्य आलू के मुकाबले थोड़ा सा कम है। वही यह आलू महीनों तक रखने पर भी सड़ता नहीं है।
अस्वीकरण :-
सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।
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