गुरुवार, 8 नवंबर 2012

7 विश्वप्रसिद्ध इमारतें


7 विश्वप्रसिद्ध इमारतें; उनका इतिहास और रोचक तथ्य

दुनिया में कई ऐसी इमारतें हैं जिन्हें अब स्मारकों का दर्जा मिल चुका है. इन सभी इमारतों का निर्माण किसी विशेष उद्देश्य या स्वप्न को पूरा करने के लिए किया गया था. आज ये इमारतें अपना भव्य इतिहास के साथ खड़ी हैं.

द लूव्र
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दुनिया में द लूव्र ही एकमात्र ऐसा संग्रहालय होगा जिसके अंदर प्रदर्शित अमूल्य कलाकृतियों की ही तरह उसका स्थापत्य भी इतना लोकप्रिय है. लूव्र फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित संग्रहालय है जहाँ मोनालिसा और द विनस दे माइलो जैसी कलाकृतियाँ रखी हुई है. 

किसने बनाया - 
लूव्र का निर्माण फिलिप द्वितीय ने 1190 से लेकर 1202 के बीच करवाया था. हालाँकि आज उस मूल ढांचे के कुछेक अवशेष ही बचे हैं. 12वीं शताब्दी में यह स्थान संग्रहालय के तौर पर ही इस्तेमाल किया जाता था. परंतु 14वीं शताब्दी में इसे राजशाही निवास बना दिया गया. 1750 में लुइस 15वें ने इसे फिर से संग्रहालय का रूप दिया. फ्रांस की क्रांति के बाद इसे नागरिक संग्रहालय बना दिया गया. आज लूव्र में 380000 कलाकृतियाँ हैं जिनमें से 35000 कलाकृतियाँ प्रदर्शित की जाती है. आप एक दिन में लूव्र मे रखी सभी कलाकृतियाँ नहीं देख पाएंगे. 

रोचक तथ्य - द लूव्र के महल के पास एक काँच का पिरामिड है. यह मूल स्थापत्य का हिस्सा नहीं है. 1983 में फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांकोइस मिटरलैंद ने इस परिसर का नवनिर्माण करवाया. आई.एम.पेई नामक वास्तुकार ने इस परिसर के बीच में काँच का पिरामिड बनाया.

सिडनी ऑपेरा हाउस

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सिडनी ऑपेरा हाउस ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर की पहचान और शान है. सिडनी हार्बर स्थित यह इमारत कला का केन्द्र है और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र भी.

किसने बनाया - 
1940 में न्यू साउथ वैल्स स्टेट कंसर्वेशनटेरियम ऑफ म्यूज़िक के यूगिन गूसेन ने संगीत और ऑपेरा कार्यक्रमों के प्रदर्शन करवाने के लिए नए स्थान का निर्माण करने की बात कही. इसके लिए एक डिजाइन स्पर्धा आयोजित की गई. यह स्पर्धा जॉन अज़ोन नामक डेनमार्क के एक वास्तुशिल्पकार ने जीती.
रोचक तथ्य -
अज़ोन ने सिडनी ऑपेरा हाउस का निर्माण शुरू करवाया लेकिन बाद में उसके तथा समिति के बीच मतभेद हो गए और अज़ोन ने यह प्रोजेक्ट छोड़ दिया. बाकी का स्थापत्य अज़ोन के बिना ही पूरा किया गया.


अम्पायर स्टेट बिल्डिंग

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आज दुनिया मे कई गगनचुम्बी इमारते हैं लेकिन एक जमाना था जब दुनिया की सबसे ऊँची इमारत का खिताब न्यूयार्क की अम्पायर स्टेट बिल्डिंग के नाम था. आज भी यह इमारत काफी प्रसिद्ध है और पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र है. यह इमारत आज भी न्यूयार्क शहर की पहचान बनी हुई है. 

किसने बनाई - 
अम्पायर स्टेट बिल्डिंग की डिजाइन विलियम लैम्ब ने की थी. उन्होनें उत्तरी कोरोलिना की रेनोलड्स बिल्डिंग से प्रेरणा हासिल की थी. इस इमारत का निर्माण कार्य सेंट पैट्रिक्स डे 1930 से शुरू हुआ और रिकार्ड 410 दिनों में निर्माण कार्य पूरा हो गया. यह दुनिया की सबसे ऊँची इमारत बन गई थी. 

रोचक तथ्य - 
इस इमारत के बनने के तुरंत बाद अमरीका में भयँकर मंदी का दौर शुरू हो गया और यह इमारत अगले 20 वर्षों तक लगभग खाली ही रही. 


ताज महल
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भारत में आगरा शहर के समीप यमुना नदी के किनारे प्रेम का प्रतिक ताज महल आज भी अपनी सारी भव्यता लिए खड़ा है. यह किसी राज महल सा दिखता है परंतु यह एक मकबरा है जहाँ मुगल राजा शाहजहाँ की पत्नी मुमताज़ महल की कब्र है. इस इमारत को लेकर काफी विवाद खड़े हुए हैं और कई लोग मानते हैं कि शाहजहाँ ने एक शिव मंदिर को ध्वस्त कर इसे बनाया था. ताजमहल सफेद संगमरमर पत्थरों से बनाया गया था. परंतु आज प्रदुषण की वजह से इसका रंग पीला पड गया है.

किसने बनाया - 
चौथे मुगल सम्राट शाहजहाँ की पत्नी मुमताज महल का निधन अपनी चौदहवीं संतान गौहारा बेगम को जन्म देते समय हुआ था. शाहजहाँ ने अपनी पत्नी की याद में ताजमहल नामक स्मार्क बनाने की सोची. इसके लिए उसने महाराजा जय सिंह से 3 एकड जमीन खरीदी. ताजमहल का निर्माण करीब 20 वर्षों तक चला और इससे शाही खजाना लगभग समाप्त हो गया.

रोचक तथ्य -शाहजहाँ सफेद ताजमहल की दूसरी तरफ काला ताजमहल भी बनाना चाहता था परंतु उससे पहले ही शाहजहाँ के पुत्र औरंगजेब ने अपने पिता को जेल की सलाखों के पीछे धकेल दिया.


एफेल टावर

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एफेल टावर आज मात्र पेरिस ही नहीं बल्कि फ्रांस की पहचान है. पेरिस में ही लूव्र संग्रहालय भी है और एफेल टावर भी. इस शहर को दो दो भव्य इमारतों और स्मारकों का शहर होने का गौरव प्राप्त हुआ है. एफेल टावर का निर्माण फ्रांस की क्रांति की याद में करवाया गया था और उस समय विचार यह था कि 20 वर्ष के बाद इसे तोड़ दिया जाएगा. लेकिन यह इमारत शहर की सबसे ऊँची इमारत बनी और आज भी है. लेकिन इससे भी अधिक यह फ्रांस की पहचान बन गई. 

किसने बनाया -
एफेल टावर की डिजाइन गुस्ताव एफेल ने तैयार की थी. यह एक तथ्य है कि एफेल टावर की डिजाइन मूलत: एफेल टावर के लिए नहीं बनी थी बल्कि किसी अन्य इमारत के लिए बनी थी और रद्द कर दी गई थी. एफेल टावर का निर्माण मात्र 2 वर्ष में कर लिया गया था. 

रोचक तथ्य - जर्मनी के द्वारा फ्रांस पर हमला कर पेरिस पर कब्जा कर लिए जाने के दौरान एफेल टावर की लिफ्ट के तार काट दिए गए थे, ताकी नाजी सेना को झंडा फहराने के लिए सीढियाँ चढकर जाना पड़े. 


द कोलोज़ियम 
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यह भव्य रोमन एम्फीथिएटर का निर्माण ईसा पूर्व 80 में किया गया था. यहाँ 50 हजार लोग बैठ सकते थे और यहाँ ग्लेडियटर गुलाम मरने मारने के खेल खेला करते थे. इसके अलावा यहाँ नृत्य समारोह, प्राणियों का शिकार, मृत्युदंड देना, छद्म युद्द जैसे कार्य भी किए जाते थे. 

किसने बनाया -
ऐसा माना जाता है कि कोलोज़ियम सम्राट वेस्पेसियन की कल्पना का नतीजा है. वेस्पेसियन ने इसका निर्माण अपना खजाना रखने के लिए किया था. वेस्पेसियन के बेटे टाइटस ने इसका निर्माण कार्य पूरा करवाया.


गिज़ा का पिरामिड 

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गिज़ा के पिरामिड आज भी ना जाने कितने रहस्यों को छिपाएँ खडे हैं. ये पिरामिड जितनी कुशलता से बनाए गए थे वे आज भी आधुनिक वास्तुकारों को अचम्भित करते हैं. गिज़ा के तीन पिरामिड है. 

गिज़ा के पिरामिड कैसे बने? इतने प्राचीन समय में इस तरह का भव्य निर्माण कैसे सम्भव हुआ? भारी पत्थर और शिलाएँ इतनी ऊँचाई तक कैसे पहुँचाई गई यह आज भी एक रहस्य बना हुआ है. 

किसने बनाया - 
सबसे प्राचीन और बडे पिरामिड का निर्माण खुफु ने 2551 से लेकर 2531 ईसा पूर्व के बीच किया था. दूसरे पिरामिड का निर्माण खुफु के पौत्र खाफ्रे ने 2558 से 2532 ईसा पूर्व के बीच किया था और तीसरे पिरामिड का निर्माण खाफ्रे के बेटे मेनकौर ने किया था. कई इतिहासकार मानते हैं कि मेनकौर की मृत्यु पिरामिड के बनने से पहले ही हो गई थी.

रोचक तथ्य - पिरामिड के अंदर का तापमान हमेशा 20 डिग्री सेल्सियस रहता है.



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